- Lagnesh And Ishta Devta-कैसे जाने अपना लग्नेश (मुख्य ग्रह) और ईष्ट देव
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Lagnesh And Ishta Devta-कैसे जाने अपना लग्नेश (मुख्य ग्रह) और ईष्ट देव
ग्रह हमारे जीवन पर विशेष प्रभाव डालते हैं। वैसे तो सभी नवग्रह हमारे जीवन पर कुछ न कुछ प्रभाव डालते हैं परन्तु हर किसी की कुंडली में एक ग्रह ऐसा होता है जो उस व्यक्ति के जीवन पर सबसे ज्यादा प्रभाव डालता है वह ग्रह है हमारा लग्नेश।
यदि आपको अपना लग्नेश या मुख्य ग्रह पता हो तो आप अपना जीवन काफी बेहतर बना सकते हैं। किसी व्यक्ति का लग्नेश उस व्यक्ति के ऊपर सबसे ज्यादा प्रभाव डालने वाला ग्रह होता है।
यदि किसी को अपना लग्नेश पता हो तो वह व्यक्ति अपने जीवन की कठनाइयों का सामना आसानी से कर सकता है। यदि आप कभी भी जीवन में बहुत ज्यादा कठिनाइयों का सामना कर रहे हो तो केवल अपने लग्नेश या मुख्य ग्रह के ही उपाय कर लें तो जीवन का बड़े से बड़ा दुर्भाग्य को दूर कर सकते हैं।
Lagnesh-लग्नेश
लग्नेश हमारी कुंडली का सबसे प्रमुख ग्रह होता है क्योंकि यह ही हमारे व्यक्तित्व का निर्धारण करता है। यह हमारे भौतिक शरीर को दर्शाता है। यही हमारे स्वाथ्य को दर्शाता है। हमारी कुंडली के बाकी ग्रहों का नेतृत्व हमारा लग्नेश ही करता है। यदि हमारी कुंडली के सभी ग्रह अच्छे भी हो परन्तु यदि लग्नेश कमजोर हो तो भी हमें जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ता है।
यदि व्यक्ति का लग्नेश कमजोर हो तो बड़े से बड़ा राजयोग भी काम नहीं करता।
यदि किसी का लग्नेश अच्छा हो तो उस व्यक्ति का स्वास्थ्य बहुत अच्छा होता है ,उस व्यक्ति का व्यक्तित्व भी बहुत अच्छा होता है। ऐसे लोग जल्दी बीमार नहीं पड़ते और यदि पड़ते भी हैं तो बहुत जल्दी ठीक भी हो जाते हैं।
यदि आपको कुंडली देखना न भी आता हो तो भी आप बहुत आसानी से अपना लग्नेश पता कर सकते है। इसके लिए आपको बस अपनी जन्म कुंडली चाहिए।
यदि कुंडली न भी हो तो भी यदि आपको अपनी जन्म तिथि, जन्म स्थान व जन्म समय पता हो तो आप फ्री सॉफ्टवेयर द्वारा अपनी कुंडली बना सकते हैं।
आपकी जन्म-कुंडली आपके जन्म के समय आकाश में विद्यमान ग्रह नक्षत्रों की स्थिति का मानचित्र होती है। जब आप साफ्टवेयर द्वारा कुंडली निकालते हैं तो उसमें जो बाक्स जैसा बना होता है उसे ही जन्म कुंडली कहते हैं।
आपकी जन्म कुंडली के प्रथम भाव या पहले घर में 1 से 12 के बीच कोई अंक लिखा होता है जो कि आपके जन्म के समय प्रथम भाव में पड़ रही राशि को दर्शाता है। उस अंक को देखकर आप अपनी जन्म लग्न व लग्नेश जान सकते हैं।
Ishta Dev-इष्ट देव
प्रत्येक व्यक्ति के लग्न के अनुसार किसी विशेष देवी या देवता की पूजा या उपासना करना उस लग्न के लोगों के लिए शुभ होता है। इसे ही कई विद्वान कुंडली के अनुसार इष्ट देव भी कहते है। लग्न के अनुसार देवी या देवता की उपासना करने से हमारा लग्नेश अथवा मुख्य ग्रह () मजबूत होता है।
प्रथम भाव में पड़ रही राशि आपका जन्म लग्न और उसका स्वामी आपका लग्नेश होता है। निम्न तालिका द्वारा आप अपनी जन्म लग्न व लग्नेश जान सकते हैं।
Lagnesh Table
यदि आपकी जन्म कुंडली के प्रथम भाव में 1 नम्बर लिखा है तो आपकी जन्म राशि या लग्न मेष हुआ और लग्नेश मंगल होगा। इसी प्रकार आप तालिका देखकर अपना लग्न व लग्नेश जान सकते हैं।