बसंत पंचमी(Basant Panchami) का उत्सव माघ शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। यह पर्व वास्तव में ऋतुराज बसंत के आगमन की सूचना देता है। इस दिन से ही होरी तथा धमार के गीत प्रारम्भ किए जाते हैं। गेहूँ तथा जौ की स्वर्णिम बालियां भगवान को अर्पित की जाती हैं। इस दिन भगवान विष्णु तथा सरस्वती माँ…
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तुलसी विवाह कैसे करें-Tulsi Vivah Kaise Karen
देवउठान एकादशी के दिन श्री हरि के शालिग्राम रूप के साथ तुलसी विवाह संपन्न कराया जाता है। इस विवाह को पूरे विधि-विधान के साथ के साथ किया जाता है। जो भी इस दिन शालिग्राम के साथ तुलसी जी के साथ कराता है उसपर सदैव भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
Brihaspativar Ki Katha-बृहस्पतिवार व्रत कथा
भारतवर्ष में एक प्रतापी और दानी राजा राज्य करता था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था। यह बात उसकी रानी को अच्छी नहीं लगती थी, वह न ही गरीबों को दान देती, न ही भगवान का पूजन करती थी और राजा को भी दान देने से मना किया करती थी।(Brihaspativar Ki Katha)
Nag Panchami Katha Aur Mahatva -नाग पंचमी
Nag Panchami हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहारों में से है। हिन्दू पंचांग के अनुसार सावन माह की कृष्ण पक्ष के पंचमी को नाग पंचमी के रूप में मनाया जाता है। इस दिन नाग देवता या सर्प की पूजा की जाती है और उन्हें दूध से स्नान कराया जाता है।
Guru Purnima 2023 Mahatva- गुरु पूर्णिमा का महत्व
आषाढ़ मास की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से जाना जाता है। गुरु पूर्णिमा भारतवर्ष की महान गुरु शिष्य परम्परा को समर्पित पर्व है। यह दिन गुरु और शिष्य दोनों के लिए अत्यधिक महत्वपूर्ण है। इस दिन शिष्य अपने गुरु का पूजन और वंदन कर उनके द्वारा प्रदान किए ज्ञान के प्रति आभार प्रकट करते हैं।
Hanuman Jayanti Wishes-हनुमान जन्मोत्सव पूजन विधि और शुभकामना सन्देश
हनुमान जी को कलयुग का देवता कहा जाता है। हनुमान जी का जन्मोत्सव चैत्र माह की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस दिन हनुमानजी का जन्म हुआ था।
Lakshmi Ji Ki Aarti Aur Stuti-लक्ष्मी जी की आरती
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता।
तुमको निशदिन सेवत हरि विष्णु विधाता।
।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।
उमा रमा ब्रह्माणी तुम ही जगमाता।
सूर्य चन्द्रमा ध्यावत नारद ऋषि गाता।
।।ॐ जय लक्ष्मी माता।।
कार्तिक पूर्णिमा 2023-Kartik Purnima 2023
कार्तिक पूर्णिमा(Kartik Purnima) को बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसे देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इसी पवित्र दिन श्री गरूनानक देव का भी जन्म हुआ था। सिख लोग इस दिन को प्रकाशोत्सव के रूप में मनाते हैं। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं।इस दिन गंगा स्नान दीपदान अनुदान आदि का…
वैकुण्ठ चतुर्दशी 2023-Vaikunth Chaturdashi
कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को वैकुण्ठ चतुर्दशी(Vaikunth Chaturdashi) का व्रत किया जाता है। वैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन हरि और हर अर्थात भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
2023 छोटी दीपावली/नरक चतुर्दशी पूजन विधि-Narak Chaturdashi/Choti Diwali
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी का दिन नरक चतुर्दशी(Narak Chaturdashi) के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष छोटी दिवाली 12 नवम्बर को पड़ रही है।चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 नवम्बर की 1:57 PM से हो रही है जो 12 नवम्बर की शाम 2:44PM तक है।