astroradiance.com
Menu
  • Blog
  • About Us
  • Contact Us
  • Stotra/ Stuti
  • Astrology Hindi
  • Terms of Service
  • Services Offered
  • Consultation
Menu
Krishna Ji Ki Aarti

Krishna Ji Ki Aarti-कृष्ण जी की आरती

Posted on September 6, 2023September 14, 2023 by santwana

इस लेख के माध्यम से हम कृष्ण जी दो मधुर आरती(Krishna Ji Ki Aarti) को अपने पाठकों के सम्मुख प्रस्तुत कर रहे हैं। इसको श्री कृष्ण के पूजन के उपरांत पढ़ने का विधान है। कृष्ण जन्माष्टमी के शुभ अवसर पर इन आरती को अवश्य पढ़ें।

विषय-सूचि
  1. Krishna Ji Ki Aarti "Aarti Kunj Bihari Ki"
  2. Krishna Ji Ki Aarti "Jai Shri Krishna Hare"

Krishna Ji Ki Aarti “Aarti Kunj Bihari Ki”

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

गले में बैजंती माला,
बजावै मुरली मधुर बाला ।
श्रवण में कुण्डल झलकाला,
नंद के आनंद नंदलाला ।
गगन सम अंग कांति काली,
राधिका चमक रही आली ।
लतन में ठाढ़े बनमाली
भ्रमर सी अलक,
कस्तूरी तिलक,
चंद्र सी झलक,
ललित छवि श्यामा प्यारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

krishna ji ki aarti-Aarti Kunj Bihari Ki

कनकमय मोर मुकुट बिलसै,
देवता दरसन को तरसैं ।
गगन सों सुमन रासि बरसै ।
बजे मुरचंग,
मधुर मिरदंग,
ग्वालिन संग,
अतुल रति गोप कुमारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

जहां ते प्रकट भई गंगा,
सकल मन हारिणि श्री गंगा ।
स्मरन ते होत मोह भंगा
बसी शिव सीस,
जटा के बीच,
हरै अघ कीच,
चरन छवि श्रीबनवारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

Krishna Ji
Krishna Ji

चमकती उज्ज्वल तट रेनू,
बज रही वृंदावन बेनू ।
चहुं दिसि गोपि ग्वाल धेनू
हंसत मृदु मंद,
चांदनी चंद,
कटत भव फंद,
टेर सुन दीन दुखारी की,
श्री गिरिधर कृष्णमुरारी की ॥
॥ आरती कुंजबिहारी की…॥

आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥

Krishna Ji Ki Aarti
Krishna Ji Ki Aarti-Aarti Kunj Bihari Ki

Krishna Ji Ki Aarti “Jai Shri Krishna Hare“

ओम जय श्री कृष्ण हरे
प्रभु जय श्री कृष्ण हरे
शरण तुम्हारी भगवन
शरण तुम्हारी भगवन
नैया पार करे
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

मोर मुकुट सिर सोहे
गले मे जय माला
प्रभु गले मे जय माला
श्याम वरण मुख सुंदर
श्याम वरण मुख सुंदर
जय जय नंदलला
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

हे यदु वंश विभूषण
तुम मेरे स्वामी
प्रभु तुम मेरे स्वामी
सेवक की सुधि लेना
सेवक की सुधि लेना
प्रभु अंतर यामी
ओम जय श्री कृष्ण हरे
प्रभु जय श्री कृष्ण हरे।

Krishna Ji Ki Aarti

हे गीता के गायक
जान नायक तुम हो
प्रभु जन नायक तुम हो
भक्तो के रखवाले
भक्तो के रखवाले
वरदायक तुम हो
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

तुम गोवर्धन धारी
द्रोपदी के दुख हारी
प्रभु द्रोपदी के दुख हारी
मेरा भी दुख टालो
मेरा भी दुख टालो
प्रभु मंगल कारी
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

राणा ने मीरा को भेजा विष प्याला
प्रभु भेजा विष प्याला
तुमने पल मे विष को
तुमने पल मे विष को
अमृत कर डाला
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

विप्रा सुदामा की भी
तुमने मदद करी
प्रभु तुमने मदद करी
कुटिया महल बना दी
कुटिया महल बना दी
सारी विपदा हरी
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

बिगड़ी बनानेवाले
बिगड़ी बना मेरी
प्रभु बिगड़ी बना मेरी
डाल दया की दृष्टि
डाल दया की दृष्टि
मदद करो प्रभु मेरी
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

हे त्रिभुवन के दाता
दाता दुख हरता
प्रभु दाता दुख हरता
सबके काज सवरे
सबके काज सवरे
करो दया भरता
ओम जाई श्री कृष्ण हरे।

सुर नर ऋषि मुनि सारे
गावात गुण तेरे
प्रभु गावात गुण तेरे
जनम जनम के फेरे
जनम जनम के फेरे
काट प्रभु मेरे
ओम जय श्री कृष्ण हरे
जय श्री कृष्ण हरे।

प्रभु जय श्री कृष्ण हरे
ओम जय श्री कृष्ण हरे।

ओम जय श्री कृष्ण हरे
प्रभु जय श्री कृष्ण हरे
शरण तुम्हारी भगवन
शरण तुम्हारी भगवन
नैया पार करे
ओम जय श्री कृष्ण हरे
।

Category: Aarti

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

About Me

Santwana

Raksha Bandhan Quotes For Brothers And Sisters​

Moon in Vedic Astrology: Impact and Interpretations

Moon in Vedic Astrology: Impact and Interpretations

Radha Ji Ke 16 Naam Hindi Arth Sahit

Radha Ji Ke 16 Naam Hindi Arth Sahit

Ashwani Nakshatra: A Guide to Its Personality Traits and Career Pathways

Ashwani Nakshatra: A Guide to Its Personality Traits and Career Pathways

Decoding Planetary Strength: Vimshopaka Bala

Decoding Planetary Strength: Vimshopaka Bala

  • Aarti
  • Astrology English
  • Astrology Hindi
  • English Articles
  • Festival
  • Quotes
  • Sprituality English
  • Sprituality Hindi
  • Stotra/ Stuti
  • Vrat/Pauranik Katha

Disclaimer

astroradiance.com is a participant in the Amazon Services LLC Associates Program, an affiliate advertising program designed to provide a means for website owners to earn advertising fees by advertising and linking to Amazon.

Read our Privacy & Cookie Policy

  • Our Services
  • Privacy Policy
  • Refund & Cancellation Policy
  • Terms & Conditions
  • Disclaimer
  • Home
  • Blog
  • About Us
  • Contact Us
  • Donate Us
© 2025 astroradiance.com | Powered by Minimalist Blog WordPress Theme