कार्तिक पूर्णिमा(Kartik Purnima) को बहुत ही पवित्र माना जाता है। इसे देव दीपावली के नाम से भी जाना जाता है। इसी पवित्र दिन श्री गरूनानक देव का भी जन्म हुआ था। सिख लोग इस दिन को प्रकाशोत्सव के रूप में मनाते हैं। इसे त्रिपुरी पूर्णिमा भी कहते हैं।इस दिन गंगा स्नान दीपदान अनुदान आदि का…
Author: santwana
वैकुण्ठ चतुर्दशी 2023-Vaikunth Chaturdashi
कार्तिक शुक्ल पक्ष चतुर्दशी को वैकुण्ठ चतुर्दशी(Vaikunth Chaturdashi) का व्रत किया जाता है। वैकुण्ठ चतुर्दशी के दिन हरि और हर अर्थात भगवान विष्णु और भगवान शिव की पूजा की जाती है।
Jyotish Shastra(Astrology) Kya Hai-जाने क्या है ज्योतिष शास्त्र क्या है महत्व
Jyotish Shastra
सामान्यतः आकाश में स्थित ग्रह ,नक्षत्र आदि की गति , स्थिति एवं मानव और पृथ्वी पर उसके प्रभाव आदि अध्यनन जिस शास्त्र के अंतर्गत करते हैं उसे ज्योतिष शास्त्र कहते हैं।
2023 छोटी दीपावली/नरक चतुर्दशी पूजन विधि-Narak Chaturdashi/Choti Diwali
कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी का दिन नरक चतुर्दशी(Narak Chaturdashi) के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष छोटी दिवाली 12 नवम्बर को पड़ रही है।चतुर्दशी तिथि की शुरुआत 11 नवम्बर की 1:57 PM से हो रही है जो 12 नवम्बर की शाम 2:44PM तक है।
Shri Ganesh Chalisa Aur Aarti-श्री गणेश चालीसा
Shri Ganesh Chalisa-श्री गणेश चालीसा
जय गणपति सद्गुण सदन कविवर बदन कृपाल।
विघ्न हरण मंगल करण जय जय गिरिजालाल॥
जय जय जय गणपति राजू। मंगल भरण करण शुभ काजू॥
जय गजबदन सदन सुखदाता। विश्व विनायक बुद्धि विधाता॥
Jane Kyon Varjit Hai Ganesh Chaturthi Ko Chandra Darshan -जाने क्यों दिया था श्री गणेश ने चंद्र देव को श्राप
एक बार चंद्र देव के ऊपर क्रोधित होकर भगवान गणेश ने उन्हें यह श्राप दिया था की अब वह देखने योग्य नहीं रह जायेंगे और जो भी प्राणी उनके दर्शन करेगा उसे भी कलंक अवश्य लगेगा। जानिए क्या है पूरी कथा और कैसे मिली चंद्रदेव को श्राप से मुक्तिऔर क्या करें यदि गलती से भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी के चन्द्रमा के दर्शन हो जाएं।
करवाचौथ 2024 व्रत कथा और शुभ मुहूर्त-Karwachauth
करवाचौथ(Karwachauth) का त्यौहार पूरे उत्तरभारत में सुहागिन स्त्रियों द्वारा बड़ी धूम-धाम से मनाया जाता है। इस दिन सुहागिन स्त्रियां अपने पति की लम्बी आयु,स्वास्थ्य और उन्नति के लिए व्रत रखती हैं और चंद्र दर्शन के बाद व्रत तोड़ती हैं। इस वर्ष करवाचौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 को पड़ रहा है। करवा चौथ में करवा (एक…
हनुमान जी की आरती-Hanuman ji ki Aarti
आरती कीजै हनुमान लला की। दुष्ट दलन रघुनाथ कला की॥
जाके बल से गिरिवर कांपे। रोग दोष जाके निकट न झांके॥
अंजनि पुत्र महा बलदाई। सन्तन के प्रभु सदा सहाई॥
दे बीरा रघुनाथ पठाए। लंका जारि सिया सुधि लाए॥
हनुमान चालीसा हिंदी अर्थ सहित-Hanuman Chalisa Hindi Arth
श्रीगुरु चरन सरोज रज निज मनु मुकुरु सुधारि ।
बरनउँ रघुबर बिमल जसु जो दायकु फल चारि ॥
श्री गुरु महाराज के चरण कमलों की धूलि से अपने मन रूपी दर्पण को पवित्र करके श्री रघुवीर के निर्मल यश का वर्णन करता हूँ जो चारों फल (धर्म,अर्थ,काम,मोक्ष) को देने वाले हैं।
Mahishasura Mardini Stotram Hindi Arth Sahit-महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित
अयि गिरि नन्दिनी नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते।
गिरिवर विन्ध्यशिरोधिनिवासिनी विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते।
भगवति हे शितिकण्ठकुटुम्बिनि भूरिकुटुम्बिनि भूरिकृते।
जय जय हे महिषासुरमर्दिनि रम्यकपर्दिनि शैलसुते।।१।।