पितृ स्तोत्र(Pitra Stotra) मार्कण्डेय पुराण में वर्णित पितरों की स्तुति है। इसका पाठ पितृ पक्ष के दौरान और अमावस्या को करना चाहिए। Pitra Stotra With Hindi Meaning–पितृ स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम् ।। रूचि बोले – जो सबके द्वारा पूजित, अमूर्त, अत्यन्त तेजस्वी, ध्यानी तथा दिव्यदृष्टि सम्पन्न हैं,…
Category: Stotra/ Stuti
Kunti Krishna Stuti With Hindi Meaning-कुंती कृत श्रीकृष्ण स्तुति
महारानी कुन्ती(Kunti Krishna Stuti) कहती हैं- विपदः सन्तु नः शश्वत्तत्र तत्र जगद्गुरो।भवतो दर्शनं यत्स्यादपुनर्भवदर्शनम्।। हे जगद्गुरु! हमारे जीवन में हमेशा जहां-जहां हम जाएं, विपत्तियां आती रहें,जिससे आपके दर्शन हों और इस संसार का, भव का दर्शन नहीं हो, जन्म-मृत्यु के चक्र में नहीं पड़ना पड़े।
Gajendra Moksha With Hindi Meaning-गजेंद्र मोक्ष
Gajendra Moksha
एवं व्यवसितो बुद्ध्या समाधाय मनो हृदि।
जजाप परमं जाप्यं प्राग्जन्मन्यनुशिक्षितम॥1॥
बुद्धि के अनुसार पिछले अध्याय में वर्णन किए गए रीति से अपने मन को हृदय में नियंत्रित व स्थिर करके…
Shri Krishnashray Stotram With Hindi Meaning-श्री कृष्णाश्रय स्तोत्र
श्री कृष्णाश्रय स्तोत्र(Shri Krishnashray Stotram) के माध्यम से वल्लाभाचार्य जी यह उपदेश देते हैं कि इस कलयुग में धर्म अत्यंत पतित हो गया है और हर तरफ सिर्फ अधर्म ही व्याप्त है ऐसे में श्री कृष्ण को ही अपना सब कुछ मानना चाहिए अर्थात उनका आश्रय लेना चाहिए।
Radha Kripa Kataksh With Hindi Meaning-श्री राधा कृपा कटाक्ष
राधा जी कृपा पाने के श्री राधा कृपा कटाक्ष (radha kripa kataksh) को पढ़ना चाहिए। जहाँ राधा जी हैं वहां गोविंद स्वयं चले आते हैं। अतः राधा रानी और गोविन्द दोनों की कृपा पाने हेतु राधा कृपा कटाक्ष का पाठ अवश्य करें। राधा कृपा कटाक्ष स्वयं महादेव द्वारा माता पार्वती को सुनाया गया था। इस…
Shri Krishna Janam Stuti With Hindi Meaning-श्रीकृष्ण जन्म स्तुति
श्रीमद्भागवतमहापुराण के दसम स्कन्ध पूर्वार्ध अध्याय ३में अपने अभी जन्मे पुत्र श्रीकृष्ण को साक्षात् भगवान जानकर पहले श्रीवसुदेवजी ने फिर माता देवकी ने स्तुति(Shri Krishna Janam Stuti Shrimad Bhagwat Mahapuran) की।
Govind Damodar Stotram Hindi Arth Sahit-गोविन्द दामोदर स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित
Govind Damodar Stotram
करार विन्दे न पदार विन्दम् ,मुखार विन्दे विनिवेश यन्तम् ।
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानम् ,बालम् मुकुंदम् मनसा स्मरामि ॥ १ ॥
वट वृक्ष के पत्तो पर विश्राम करते हुए, कमल के समान कोमल पैरो को, कमल के समान हस्त से पकड़कर, अपने कमलरूपी मुख में धारण किया है, मैं उस बाल स्वरुप भगवान श्री कृष्ण को मन में धारण करता हूं।
Bala Mukundashtakam With Hindi Meaning-बाल मुकुंदष्टकम हिंदी अर्थ सहित
बाल मुकुंदष्टकम(Bala Mukundashtakam) श्री कृष्ण के बाल स्वरुप पर आधारित अष्टकं(आठ श्लोक का) है। यह भगवान श्री कृष्ण के बाल रूप के दिव्य रूप, गुणों और मधुर लीलाओं का गुणगान करती है।
Madhurashtakam Adhram Madhuram With Hindi Meaning-मधुराष्टकम् हिंदी अर्थ सहित
Madhurashtakam Adhram Madhuram Hindi Arth
अधरं मधुरं वदनं मधुरं नयनं मधुरं हसितं मधुरम् ।
हृदयं मधुरं गमनं मधुरं मधुराधिपतेरखिलं मधुरम् ।।१।।
आपके होठ मधुर, मुख मधुर है, आंखें मधुर हैं, हास्य मधुर है. हृदय मधुर है, गति भी गति मधुर है हे।हे मधुराधिपति आपका सब कुछ मधुर है।
Bhav Sagar Taran Karan He Lyrics With Meaning-गुरु वंदना
भवसागर तारण कारण हे ।रविनन्दन बन्धन खण्डन हे ॥
शरणागत किंकर भीत मने ।गुरुदेव दया करो दीनजने ॥१॥