Gajendra Moksha
एवं व्यवसितो बुद्ध्या समाधाय मनो हृदि।
जजाप परमं जाप्यं प्राग्जन्मन्यनुशिक्षितम॥1॥
बुद्धि के अनुसार पिछले अध्याय में वर्णन किए गए रीति से अपने मन को हृदय में नियंत्रित व स्थिर करके…
Author: santwana
Ganesh Ji Ke 8 Avatar-गणेश जी के 8 अवतार
भगवान गणेश के अनेक अवतार हुए हैं पर उसमें से आठ अवतार (Ganesh Ji Ke 8 Avatar) प्रमुख हैं – वक्रतुण्ड, एकदन्त, महोदर, गजानन, लम्बोदर, विकट, विघ्नराज और धूम्रवर्ण।
Best Mahatma Gandhi Quotes In Hindi & English
महात्मा गाँधी के कई आदर्श और विचार आज भी अनेक लोगों के लिए आज भी प्रेरणा के स्तोत्र हैं। उनके विचार आध्यात्मिकता से परिपूर्ण होते थे। उन्होंने मानव जीवन में सत्य और अहिंसा को अपनाने पर अत्यधिक बल दिया। इस लेख के माध्यम से हम विभिन्न विषयों पर महात्मा गाँधी के विचार(Mahatma Gandhi Quotes) सांझा कर रहे हैं।
Brihaspativar Ki Katha-बृहस्पतिवार व्रत कथा
भारतवर्ष में एक प्रतापी और दानी राजा राज्य करता था। वह नित्य गरीबों और ब्राह्मणों की सहायता करता था। यह बात उसकी रानी को अच्छी नहीं लगती थी, वह न ही गरीबों को दान देती, न ही भगवान का पूजन करती थी और राजा को भी दान देने से मना किया करती थी।(Brihaspativar Ki Katha)
Famous Aarti Sangrah-आरती संग्रह
आरती पूजा के अंत में की जाती है जिससे पूजा जो त्रुटि रह गई हो वह पूर्ण हो जाती है।
अतः हर प्रकार की पूजा के पश्चात् आरती करने का विधान है। इस लेख के माध्यम से हम आपके सम्मुख कुछ प्रमुख आरती(aarti sangrah) प्रस्तुत करेंगे।
Shri Krishnashray Stotram With Hindi Meaning-श्री कृष्णाश्रय स्तोत्र
श्री कृष्णाश्रय स्तोत्र(Shri Krishnashray Stotram) के माध्यम से वल्लाभाचार्य जी यह उपदेश देते हैं कि इस कलयुग में धर्म अत्यंत पतित हो गया है और हर तरफ सिर्फ अधर्म ही व्याप्त है ऐसे में श्री कृष्ण को ही अपना सब कुछ मानना चाहिए अर्थात उनका आश्रय लेना चाहिए।
Radha Kripa Kataksh With Hindi Meaning-श्री राधा कृपा कटाक्ष
राधा जी कृपा पाने के श्री राधा कृपा कटाक्ष (radha kripa kataksh) को पढ़ना चाहिए। जहाँ राधा जी हैं वहां गोविंद स्वयं चले आते हैं। अतः राधा रानी और गोविन्द दोनों की कृपा पाने हेतु राधा कृपा कटाक्ष का पाठ अवश्य करें। राधा कृपा कटाक्ष स्वयं महादेव द्वारा माता पार्वती को सुनाया गया था। इस…
Krishna Ji Ki Aarti-कृष्ण जी की आरती
Krishna Ji Ki Aarti “Aarti Kunj Bihari Ki”
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
आरती कुंजबिहारी की,
श्री गिरिधर कृष्ण मुरारी की ॥
Shri Krishna Janam Stuti With Hindi Meaning-श्रीकृष्ण जन्म स्तुति
श्रीमद्भागवतमहापुराण के दसम स्कन्ध पूर्वार्ध अध्याय ३में अपने अभी जन्मे पुत्र श्रीकृष्ण को साक्षात् भगवान जानकर पहले श्रीवसुदेवजी ने फिर माता देवकी ने स्तुति(Shri Krishna Janam Stuti Shrimad Bhagwat Mahapuran) की।
Govind Damodar Stotram Hindi Arth Sahit-गोविन्द दामोदर स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित
Govind Damodar Stotram
करार विन्दे न पदार विन्दम् ,मुखार विन्दे विनिवेश यन्तम् ।
वटस्य पत्रस्य पुटे शयानम् ,बालम् मुकुंदम् मनसा स्मरामि ॥ १ ॥
वट वृक्ष के पत्तो पर विश्राम करते हुए, कमल के समान कोमल पैरो को, कमल के समान हस्त से पकड़कर, अपने कमलरूपी मुख में धारण किया है, मैं उस बाल स्वरुप भगवान श्री कृष्ण को मन में धारण करता हूं।