Nirvana Shatakam English Nirvana = silence, soundlessness, formless Shatakam=six or consisting of six Nirvana Shatakam is a beautiful composition by Adi Shankaracharya containing 6 verses or shlokas. It helps us to answer the question “Who am I?” This has been told by Adi Shankaracharya. It is also known as Atmashatkam. Nirvana means salvation or liberation….
शिव पंचाक्षर स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित-Shiv Panchakshar Stotra Hindi Arth
शिव पंचाक्षर स्तोत्र-Shiv Panchakshar Stotra Lyrics
नागेन्द्रहाराय त्रिलोचनाय भस्माङ्गरागाय महेश्वराय ।
नित्याय शुद्धाय दिगम्बराय तस्मै न काराय नमः शिवाय।
केतुपञ्चविंशतिनामस्तोत्रम् हिंदी अर्थ सहित-Ketu 25 Names Stotra
केतुपञ्चविंशतिनामस्तोत्रम्-Ketu 25 Names Stotra केतु: काल: कलयिता धूम्रकेतुर्विवर्णक:।लोककेतुर्महाकेतु: सर्वकेतुर्भयप्रद: ।।1।। रौद्रो रूद्रप्रियो रूद्र: क्रूरकर्मा सुगन्ध्रक्।पलालधूमसंकाशश्चित्रयज्ञोपवीतधृक् ।।2।। तारागणविमर्दो च जैमिनेयो ग्रहाधिप:।पंचविंशति नामानि केतुर्य: सततं पठेत् ।।3।। तस्य नश्यंति बाधाश्चसर्वा: केतुप्रसादत:।धनधान्यपशूनां च भवेद् व्रद्विर्नसंशय: ।।4।। केतुपञ्चविंशतिनामस्तोत्रम् हिंदी अर्थ-Ketu 25 Names Stotra केतु: काल: कलयिता धूम्रकेतुर्विवर्णक:।लोककेतुर्महाकेतु: सर्वकेतुर्भयप्रद: ।।1।। केतु देवता जो काल(मृत्यु/समय) का प्रतीक है,कलयिता (हिसाब लगाने वाले),…
तुलसी विवाह कैसे करें-Tulsi Vivah Kaise Karen
देवउठान एकादशी के दिन श्री हरि के शालिग्राम रूप के साथ तुलसी विवाह संपन्न कराया जाता है। इस विवाह को पूरे विधि-विधान के साथ के साथ किया जाता है। जो भी इस दिन शालिग्राम के साथ तुलसी जी के साथ कराता है उसपर सदैव भगवान विष्णु की कृपा बनी रहती है।
15 Best Classical Astrology Books To Read
Vedic astrology has a place in Vedanga. Astrology is called the eye of the Vedas. Although there is mention of planets and constellations etc. in Vedas, Puranas, and many ancient texts, some texts have been written by our sages and sages specifically on astrology, which we also call classical texts of astrology like – Brihat…
Best Vedic Astrology Books for Beginners
Through this article, we have given you a list of best Vedic Astrology Books (Jyotish Book) from which you can start astrology.
Pitra Stotra With Hindi Meaning-पितृ स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित
पितृ स्तोत्र(Pitra Stotra) मार्कण्डेय पुराण में वर्णित पितरों की स्तुति है। इसका पाठ पितृ पक्ष के दौरान और अमावस्या को करना चाहिए। Pitra Stotra With Hindi Meaning–पितृ स्तोत्र हिंदी अर्थ सहित अर्चितानाममूर्तानां पितृणां दीप्ततेजसाम् ।नमस्यामि सदा तेषां ध्यानिनां दिव्यचक्षुषाम् ।। रूचि बोले – जो सबके द्वारा पूजित, अमूर्त, अत्यन्त तेजस्वी, ध्यानी तथा दिव्यदृष्टि सम्पन्न हैं,…
Pitra Dosh Lakshan Aur Upay-पितृ दोष लक्षण व उपाय
पितृ दोष(Pitra Dosh) ज्योतिष शास्त्र के चर्चित बुरे योगों में से एक है हो यदि कुंडली में उपस्थित हो तो जीवन को अत्यंत कठिन बना देता है क्योंकि यदि किसी जातक की जन्म पत्रिका में यह दोष उपस्थित हो तो जीवन में अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है तथा कुछ भी आसानी से नहीं…
Pitru Paksha Kya Hai-जाने क्या है पितृ पक्ष, क्या करें
आश्विन कृष्ण प्रतिपदा से लेकर अमावस्या पंद्रह दिन पितृपक्ष(Pitru Paksha) के नाम से विख्यात है। इन पंद्रह दिनों में लोग अपने पितरों (पूर्वजों) को जल देते हैं तथा उनकी मृत्युतिथि पर पार्वण श्राद्ध करते हैं।
विभिन्न सपनों का अर्थ-Sapno Ka Arth
जब भी हम कोई ख़ास स्वप्न देखते हैं तो हमारे मन में यह विचार उत्पन्न होते हैं कि ये स्वप्न(sapno ka arth) क्यों आया। सपनों का हमारे स्वास्थ्य से सीधा संबंध होता है।